भारतीय पेसर अर्शदीप सिंह 15वें ओवर में रिवर्स स्विंग कर रहे थे। जसप्रीत बुमराह की गेंद भी विपरीत दिशा में घूम रही थी। बिना गेंद के साथ छेड़छाड़ किए यह संभव नहीं है। ताकि रिवर्स स्विंग हो, इसके लिए गेंद को पहले से तैयार किया गया था। अंपायरों को अपनी आंखें खुली रखनी चाहिए। पाकिस्तान के 24 न्यूज चैनल के ‘वर्ल्ड कप हंगामा’ कार्यक्रम में हाल ही में ऐसा बयान दिया था पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम-उल-हक ने।
समझने में देर नहीं लगी कि यह आरोप भारतीय क्रिकेटरों पर गेंद से छेड़छाड़ का था। भारतीय टीम की तरफ से जवाब का इंतजार था। सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ मैदान में उतरने से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा पत्रकारों के सामने आए। उनसे इंजमाम के बयान के बारे में पूछा गया। रोहित ने अपने अंदाज में जवाब दिया।
रोहित शर्मा ने कहा, “ऐसे सवालों का क्या जवाब दूं? जब हम गर्म मौसम में खेलते हैं, तो विकेट सूखा रहता है, तब गेंद खुद-ब-खुद रिवर्स स्विंग करती है। हर टीम इसका फायदा उठाती है। कुछ समय सोच-समझकर बात करनी चाहिए। समझना होगा कि हम कहां खेल रहे हैं। मैच इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया में नहीं हो रहे हैं।”
भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ पाकिस्तानी पूर्व क्रिकेटरों द्वारा ऐसे आरोप नए नहीं हैं। पिछले साल भारत में वनडे विश्व कप के दौरान भी उन्होंने गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। यहां तक कि मोहम्मद शमी की गेंद देखकर पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी हसन राजा ने कहा था, “भारत के समय गेंद बदल दी जाती है और उस गेंद के अंदर एक चिप लगी होती है, जिससे भारतीय गेंदबाज अतिरिक्त स्विंग कराते हैं।”
इस बार के टी-20 विश्व कप में यह दूसरी बार है जब गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है। इससे पहले पाकिस्तान के पेसर हारिस रउफ के खिलाफ गेंद से छेड़छाड़ का आरोप अमेरिका के लिए खेलने वाले पूर्व दक्षिण अफ्रीकी पेसर रस्टी थेरॉन ने लगाया था। अमेरिका और पाकिस्तान के मैच के बाद थेरॉन ने आईसीसी को संकेत देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा था, “रउफ ने गेंदबाजी मार्क पर खड़े होकर अपनी नाखूनों का इस्तेमाल किया।